Wheat Price: गेहूं के दाम में आई जबरदस्त गिरावट, मोदी सरकार ने लिया बड़ा फैसला
Wheat Price: खराब मौसम के कारण देश के कुछ हिस्सों में अनाज की गुणवत्ता प्रभावित होने के बाद प्रमुख उत्पादक राज्यों में फसल की पैदावार में संभावित उछाल की वजह से फसल वर्ष 2022 23 में भारत का गेहूं उत्पादन सरकार के रिकॉर्ड 11 करोड़ 21 पॉइंट 800000 टन के अनुमान को पार कर सकता है कृषि आयुक्त बीके सिंह ने बस पति वार को यह जानकारी दी है बेमौसम बारिश से आप तो पहले सरकार ने फरवरी में जारी अपने दूसरे अनुमान में फसल वर्ष 2022 देश के लिए क्यों उत्पादन 11 करोड़ 21 पॉइंट 800000 टन होने की संभावना जाहिर की थी.
पिछला रिकॉर्ड 95.9 लाख टन था
गेहूं उत्पादन का पिछला रिकॉर्ड फसल वर्ष 2020 21 में 100000000 91 पॉइंट 900000 टन था सिंह ने कहा फसल की बेहतर पैदावार के कारण कुल मिलाकर गेहूं का उत्पादन 11 पॉइंट 21 करोड धन के अनुमान को पार कर जाने की संभावना है.
यूपी पंजाब हरियाणा में पैदावार में हुआ काफी सुधार
उन्होंने कहा कि पंजाब हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फसल की पैदावार में सुधार हुआ है हालांकि मार्च-अप्रैल की अवधि में कटाई के चरण के दौरान बेमौसम बारिश नेहा नाज की चमक को कम कर दिया है अनाज में नमी की अधिकता के कारण बड़ा हादसा हुआ है सिंह ने कहा कि जलवायु अनुकूल गेहूं की किस्मों के कारण पैदावार में सुधार हुआ है इन किशमौ को सरकार पिछले 5 वर्षों में बढ़ावा देती आ रही है..
इन राज्य में हुआ फसल पर नुकसान
उन्होंने कहा कि हालांकि बेमौसम बारिश ने गेहूं उत्पादक राज्यों के कुछ हिस्सों में फसल को नुकसान पहुंचाया है जिससे गुणवत्ता में काफी कमी आई है. बारिश ने उन क्षेत्रों में उत्पादन बढ़ने की संभावना को बढ़ा दिया है जहां देर से बोई जाने वाली किस्मो लगाया गया था.
इन राज्यों में घटा उत्पादन
कुछ राज्य में गर्मी की लो के कारण पिछले वर्ष में गेहूं का उत्पादन मामूली रूप से कटकर 10 करोड़ 70 पॉइंट 400000 टन रहा था फसल वर्ष 2022 23 के रबी सीजन मैं 343 पॉइंट 2300000 हेक्टेयर में गेहूं का उत्पादन किया गया था देश की खाद्य सुरक्षा उद्देश्य के लिए सरकार ने चालू विपान वर्ष 2023 24 में अब तक सीधे किसानों से 2 पॉइंट 52 करोड टन गेहूं खरीदा गया है.