Haryana News: सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी! हरियाणा के इन स्कूलों को किया जाएगा अपग्रेड
Haryana News: मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को अपग्रेड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है रविवार को जारी हुई सूची के अनुसार प्रदेश में पहले चरण में 20 जिलों के कुल 113 स्कूलों को सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्रवेश किया जाएगा इनमें चिट्ठी बेल्ट के जिलों के 22 खंडों के 34 स्कूल हैं इनमें सरस्वती करनाल के 11 और पानीपत के महज एक स्कूल ही अपग्रेड करने के लिए चुना गया है.
अधिकारियों के अनुसार अपग्रेड होने वाले स्कूलों में जाकर ग्रामीण क्षेत्र के हैं ऐसे में क्षेत्र के विद्यार्थी भविष्य में 12वीं तक की पढ़ाई अपने गांव या क्षेत्र के स्कूलों में ही पूरी कर सकेंगे विभाग की योजना के अनुसार प्रदेश भर में जिन स्कूलों में नौवीं और दसवीं कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या 80ic अधिक है 1 एकड़ या इससे अधिक भूमि उपलब्ध है और सबसे निकटतम सीनियर सेकेंडरी स्कूल 3 किलोमीटर या इससे अधिक दूरी पर है ऐसे सभी स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा.
पहले चरण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप 12वीं कक्षा तक सभी विद्यार्थियों के लिए शिक्षा की सार्वभौमिक पहुंच और उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा.
करनाल शहर में केवल 2 विद्यालय
निदेशालय की ओर से जारी सूचना के अनुसार करनाल जिले में कुल 11 स्कूल अपग्रेड होने हैं इनमें भी दादा तीन स्कूल घरौंडा खंड है जबकि इंद्री नीलोखेड़ी और खरनाल खंड के दो दशक उन लोगों ने लिया गया है जबकि असंध निसिंग खंड का एक-एक हाई स्कूल अपग्रेड करने को चुना गया है.
शिक्षकों की कमी भी पूरी करें तो ज्यादा फायदा
राजकीय प्राथमिक संघ हरियाणा के पूर्व महासचिव दीपक गोस्वामी का कहना है कि सरकार का स्कूलों को अपग्रेड करने का अच्छा कदम है कई ग्रामीण विद्यार्थी से कौन से दूर होने के कारण पढ़ाई भी छोड़ देते थे और सरकार स्कूलों को अपग्रेड कराने के साथ-साथ शिक्षकों की कमी को भी पूरा करें. क्योंकि जिन स्कूलों को अपग्रेड किया जा रहा है यदि वहां शिक्षक पर्याप्त नहीं मिले तो विद्यार्थियों को ज्यादा लाभ नहीं मिल पाएगा.
निदेशालय की ओर से प्रदेश के 113 हाई स्कूलों को अपग्रेड करने की सूची जारी की गई है घटना जिले के 11 स्कूलों ग्रेड होंगे लेकिन स्कूलों को लिया गया है अभी यह सूची नहीं मिली है यह बात राजपाल चौधरी जिला शिक्षा अधिकारी ने बताइए.