Haryana News: हरियाणा में देसी व अंग्रेजी शराब होगी महंगी, बीयर के दाम में होगी इतने रुपए की कटौती
Haryana News: हरियाणा में अब देशी और विदेशी शराब महंगी हो जाएगी हरियाणा सरकार ने शराब में उत्पाद और खुदरा परमिट शुल्क लगाया हुआ है खुदरा परमिट शुल्क से पर्यावरण और गायों की सेवा के लिए 400 करोड रुपए का अतिरिक्त फंड जुटाने का लक्ष्य रखा गया है आला की रेडी टो ड्रिंक बेवरेज और बीयर पर माइल्ड और सुपरमाइंड कैटेगरी के तहत एक्साइज ड्यूटी में कटौती की गई है ऐसे सस्ती हुई है.
मंगलवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में वर्ष 2320 के लिए नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी गई है. नई नीति के तहत 16500 करोड रुपए का राजस्व जुटाने का लक्ष्य रखा गया है नई आबकारी नीति 12 जून से लागू ओगी पहले के मुकाबले इस बार प्रदेश में शराब के ठेकों की संख्या 100 कम रहेगी पिछली बार 2500 के थे जबकि इस बार इनकी संख्या 2400 तय की गई है. पिछले 3 साल से लगातार 8 साल से ठेकों की संख्या कम की जा रही है.
मनसा देवी मंदिर के आसपास का एरिया ड्राई क्षेत्र घोषित
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के बाद अब सरकार ने नई नीति में पंचकूला में श्री माता मनसा देवी मंदिर के आसपास शराब के ठेके नहीं खोलने का फैसला लिया है इसके साथ ही जिन गांवों में गुरुकुल है वहां पर भी शराब के ठेकों पर पाबंदी लगा दी गई है.
खूदरा शराब की बिक्री जॉन का आकार कम किया
छोटी क्राफ्ट बेवरिज की लाइसेंस फीस कम करने का निर्णय लिया गया है और वायनरी की सुपरवाइजरी फीस में कमी की गई है खुदरा शराब की बिक्री के जोन काकर घटाकर 4 से 2 किया गया है इससे एमएसएमई सेक्टर के लोग भी इसका पूरा लाभ उठा सकेंगे.
कांच के बोतल में ही मिलेगी दारू
पर्यावरण के अनुकूल उपाय के रूप में नई नीति में 29 फरवरी 2024 के बाद शराब की बोतल में पीईटी( प्लास्टिक की) बोतलों के उपयोग को बंद किया गया है इसके बाद शराब केवल कांच की बोतल में ही मिलेगी नई नीति में इज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए जिला स्तर पर IFL के लेबल का भी नवीनीकरण किया गया है.
यह है नई आबकारी नीति के मुख्य नए बिंदु
PB केटेगरी यानी बीयर और वाइन के उपयोग के लिए लाइसेंस शुल्क को कम किया गया है.
थोक लाइसेंस धारियों द्वारा शराब की चोरी पर अंकुश के लिए जुर्माना की राशि बढ़ा दी है.
नई नीति में देसी शराब भारत में बनी विदेशी शराब और आयाती विदेशी शराब के मूल कोटे में बढ़ोतरी देखने को मिली है.
देसी शराब और IMFL पर उत्पाद शुल्क की दरों में वृद्धि हुई है.