Haryana Board Topper: हरियाणा में इस लड़की का आया पूरे प्रदेश में दूसरा स्थान, व्हाट्सएप पर करती थी ये काम
Haryana Board Topper: Haryana board ऑफ स्कूल एजुकेशन में करनाल की रहने वाली जसमीत कौर ने दूसरा स्थान हासिल किया है वह संत निक्का सिंह स्कूल की छात्रा है और उसने 497 का सिल्की हैं जल डालने के बाद स्कूल टीचरों ने उनका मुंह मीठा कराओ और बधाई दी.
जसमीत ने बताया कि करो ना काल मे अगर बच्चे ऑनलाइन ही पढ़ाई कर रहे थे कुछ समय आया और कुछ समझ नहीं आया उसके मन में डर था कि किस तरह से और कैसी प्रस्तुति बनेगी वह ढंग से अपने पेपर कैसे कर पाएंगे लेकिन उसने मेहनत करने नहीं छोड़ी टीचरों के साथ और अभिभावकों के आशीर्वाद से उसने सफलता मिली अब आज जल्द आया तो टॉपर लिस्ट में उनका नाम दूसरे स्थान पर था.
पिता करते हैं ड्राइविंग और माता है प्राइवेट स्कूल टीचर
जसमीत कौर का सफर कोई ऐसा नहीं था उसके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर थी पिता हरविंदर पाल एक ड्राइवर है और माता मनजीत कौर प्राइवेट स्कूल में टीचर है. माता टीचर है अब परीक्षा देने के बाद वह बिल्कुल फ्री थी तो उसने भी एक प्राइवेट कंपनी में जॉब शुरू की थी ताकि अपने परिवार को गुजारा अच्छे से कर सके और उसने छोटे भाई की पढ़ाई भी अच्छे से हो सके.
टीचर और परिजनों ने किया सही मार्गदर्शन
जसमीत कौर ने बताया कि उसके घर से भी सही दिशा मिली और स्कूल के टीचर ने भी उनका सही मार्गदर्शन किया सभी विषयों पर चश्मे की अच्छी पढ़ाई थी और अच्छी पकड़ बना रखी थी उसने 16 से 18 घंटे तक अपनी पढ़ाई पर मेहनत की और आज उसका परिणाम आप सभी देख रहे हैं. जसमीत अपनी सफलता का श्रेय अपने टीचर और अभिभावकों को देती है.
1 दिन की नहीं दिन 365 दिन की मेहनत है
स्मिथ ने कहा कि उसके मेहनत एक दिन कि नहीं बल्कि उसने पूरे साल 365 दिन मेहनत की है स्कूल में जो सिखाया जाता था उसको ध्यान से समझा और जो हम रख दिया जाता था उसको सही तरीके से करती थी स्कूल में सिर्फ पढ़ाई ही नहीं करवाई जाती बल्कि जीवन में ही एक अच्छा इंसान कैसे बनना है वह भी सिखाया जाता है उसमें सोशल मीडिया से हमेशा दूरी बनाए रखें व्हाट्सएप का यूज केवल पढ़ाई से संबंधित काम के लिए ही किया था.
CA बनना चाहती है
जसमीत ने बताया कि उसके 500 में से 497 अंक मिले हैं उसके पास कॉमर्स ट्रेन थी अंग्रेजी विषय में उसे 98 अंक मिले हैं अकाउंट में 100 अंक मिले हैं इकोनॉमिक्स में 99 अंक बिजनेस में 100 अंक सीपीयू में 100 अंक है मैच में 94 अंक प्राप्त हुए हैं जसमीत एक चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहती है और उसकी वह तैयारी भी कर रही है.
बोली मोबाइल का यूज अच्छे और बुरे दोनों है
जसमीत ने बताया कि वह इस मोबाइल का यूज करती थी लेकिन खाली व्हाट्सएप चैटिंग के लिए सोशल मीडिया से हमेशा दूरी बना रखी थी वह सही संदेश बच्चों को देना चाहती है मोबाइल का युद्ध था और बुरा दोनों है अगर बच्चे मोबाइल अच्छी तरीके से काम करेंगे तो उसका अच्छा उपयोग गांव और वह बुरी तरीके से मोबाइल का उपयोग करेगी तो उसका परिणाम भी बुरा होगा.