CM मनोहर लाल खट्टर ने किया कमाल, SYL का पानी आएगा हरियाणा, प्लान किया किया तैयार
हरियाणा। हरियाणा की बीजेपी सरकार लोकसभा चुनाव 2014 से पहले एसवाईएल नहर से पानी राज्य में लाने का रास्ता तैयार करना चाहती है इस कारण हरियाणा की खट्टर सरकार ने पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के सहयोग से शत्रु जमुना जोड़ने वाली नहर से पानी निकालने का विकल्प तैयार कर लिया है इस विकल्प के तहत 67 किलोमीटर लंबी नहर लाइन बनाई जाएगी नहर के निर्माण की अनुमति लगभग 100 करोड़ रुपए है मामला केवल हिमाचल प्रदेश के हित से जुड़ा है.
मनोहर लाल खट्टर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 5 जून को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर से मुलाकात करेंगे और नहर मार्ग योजना और हिमाचल प्रदेश की लागत और लाभो सहित कई मुद्दों पर बात करेंगे सतलुज यमुना लिंक नहर से पानी की निकासी दक्षिण हरियाणा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है महेंद्रगढ़ रेवाड़ी और भिवानी जिलों में सिंचाई के लिए पानी की गंभीर कमी है खट्टर सरकार ने पुरानी नहर से पानी पहुंचाने की व्यवस्था की है. लेकिन इतना ही काफी नहीं है.
दक्षिण हरियाणा में पानी की भारी कमी होगी दूर
पानी की कमी के कारण सालाना हजारों हेक्टेयर भूमि फसल नहीं भाई जा सकती इस वजह से दक्षिण हरियाणा का किसान मध्य और उत्तरी हरियाणा के किसान की तुलना में आर्थिक रूप से कमजोर रहता है हिमाचल केसीएम को सुंदर जब 22 अप्रैल को चंडीगढ़ पहुंचे और मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बातचीत की तो सतलुज यमुना लिंग का पानी वैकल्पिक रास्ते से हरियाणा लाने की संभावना पर बातचीत शुरू हुई इस पर अब निर्णायक फैसले की जरूरत है.
निर्माण मे 4200 करोड़ की लागत से 67 किलोमीटर लंबी नहर का निर्माण हो
पंजाब के रास्ते हरियाणा में पानी पहुंचा कर 157 किलोमीटर दूरी तय होगी हालांकि किसी भी हालत में जाना को पानी नहीं देने पर अड़ा हुआ है यह कहते हुए कि पंजाब सरकार ने किसानों को अधिग्रहित जमीन वापस कर दी है इसलिए हरियाणा बीजेपी सरकार ने पंजाब में बनने की बजाय हिमाचल प्रदेश के मध्य से 67 किलोमीटर की नहर बनाकर हरियाणा में पानी लाने का फैसला लिया है हरियाणा सरकार जरूरत पड़ने पर इस रास्ते के कार्यक्रम को सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सकती है.
एसवाईएल से नालागढ़ बद्दी पिंजौर टांगरी होते हुए जनसुई हेड अंबाला तक पानी लाकर पूरे हरियाणा में पानी का वितरण किया जाएगा हिमाचल हरियाणा सरकार के बढ़िया ऑफर पर लाभ लेने का दावा करता है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर ने कहा कि अगर मातम को इससे फायदा होता है तो सतलुज का पानी हिमाचल के रास्ते जाना को पहुंचा जा सकता है उन्होंने कहा अगर हरियाणा इस परियोजना को अपने खर्च पर करना चाहता है तो हिमाचल प्रदेश राजी होगा. लेकिन मतलब प्रदेश की भी कुछ आएगा फायदा होगा.